गीत (निर्झर)

71 Part

344 times read

17 Liked

*गीत*(निर्झर) पर्वत की ऊँची चोटी से,  झर-झर निर्झर बहता है। लेकर सुंदर रूप नदी का- जा सागर से मिलता है।। प्यासी धरती बाट जोहती, फसलें राह निरखतीं हैं। व्याकुल होकर प्राणी ...

Chapter

×